गोवा जाने का सबसे बेहतरीन समय अक्टूबर से मार्च तक का होता है। इस
मौसम में यहां बहुतायत मेंपर्यटक आते हैं। जून से सितंबर तक यहां बहुत अधिक वर्षा
होने के कारण इस मौसम में यहां पर्यटक कम ही आते हैं। ईसाइयों की बहुलता के कारण
क्रिसमस के समय गोवा में बहुत सारे सांस्कृतिक आयोजन होते हैं, जिनका आनंद लेने के
लिए पर्यटक इस समय विशेष तौर पर गोवा आते हैं।
देखने योग्य स्थान - पणजी, वास्को दा गामा, मारगांव, मापुसा, पोंडा, ओल्ड गोवा, छापोरा,
वेगाटोर, बेनॉलिम, दूधसागर झरने। यहां के सांस्कृतिक
स्थल, संग्रहालय, पुरा महत्व का संग्रह आदि है। इसके अलावा गोवा का अगुडा किला भी प्रमुख
दर्शनीय स्थलों में से एक है।
पणजी
वर्तमान गोवा, पणजी का
पर्यायवाची है।बेशक यह सबसे बड़ा शहर नहीं है और न ही सबसे अधिक जनसंख्या वाला शहर
है; लेकिन फिर भी यही जगह सभी कार्यों का केंद्र बनती है।पणजी का शाब्दिक अर्थ है,’वह
भूमि जहाँ कभी बाढ़ नहीं आती’। यह जगह 7मी. की औसत उंचाई पर स्थित है तथा यहाँ प्रवेश
करते ही आपको यह आभास हो जाएगा कि गोवा के बाकी शहरों की अपेक्षा यह शहर कुछ अधिक गतिशील
है। लेकिन फिर भी, अधिकतर दूसरे महानगरों की अपेक्षा कम गतिशील होने के कारण शहरी लोग
यहाँ छुट्टियों का पूरा मज़ा ले सकते हैं।
पणजी में गोवा का पैतृक संग्रहालय देखने योग्य है और साथ ही यहाँ होने
वाली व्यापारिक तथा सांस्कृतिक गतिविधियाँ अद्भुत हैं जो गोवा की पहचान हैं। इस संग्रहालय
में गोवा की रबड़ की खेती से लेकर लवण कंपनियों तक, प्रत्येक चीज़ को दर्शार्या गया
है। यही पर ’लेजेंड ऑफ बिगफुट’ का दिलचस्प प्रदर्शन भी देखा जा सकता है।
वर्तनाम समय में ’ बिगफुट ’ एक विशाल मंच बन चुका है जहाँ अनेक कार्यक्रम
तथा अभिनय किए जाते हैं। यदि आप पणजी में ईडीसी कांप्लेक्स के पास हैं तो आप आसानी
से गोवा के स्टेट म्यूजि़यम तक पहुंच सकते हैं 8000 वस्तुएँ प्रदर्षित की गई हैं जिनमें
मिट्टी के प्राचीन बर्तन, लकड़ी की प्राचीन वस्तुएँ तथा शिल्पकला, हिंदु व जैन धर्मग्रंथों
को दर्शाती विभिन्न पेंटिंग सम्मिलित हैं। हर साल लाखों की संख्या में छात्र, कलाप्रेमी
तथा जिज्ञासु पर्यटक गोवा का स्टेट म्यूजि़यम देखने के लिए आते हैं।
मांडवी नदी पर सुबह और शाम के अद्भुत नज़ारें देखने के लिए आप बैंसतरिम
पुल पर जा सकते हैं जिसे स्थानीय लोगमेटा ब्रिज कहते हैं। पणजी अपने धार्मिक स्थानों जैसे सेंट कैथरीन की चैपल तथा पणजी चर्च के लिए भी
प्रसिद्ध है। हिंदु लोग अकसर महालक्ष्मी तथा मारुति मंदिर देखने के लिए आते हैं।
वास्को दा गामा
वास्को दा गामा जिसे स्थानीय लोग वास्को कहते हैं, एक
तेज़ और हलचल भरा शहर है। हवाई अड्डे के पास होना इस शहर का एक मुख्य पहलू है जो इस
जगह को महत्वपूर्ण बनाता है। बैना, हंसा, बोगमालो और मज़ेदार नाम वाला दादी माँ होल,
सभी तट प्रसिद्ध हैं जहाँ हर जगह से पर्यटक आते हैं। असलियत में यह तट बहुत छोटा है,
लेकिन शैक के व्यवसायीकरण से दूर यह पूरी तरह से प्राकृतिक है और गोवा तथा वास्को के
सुंदर छोटे सीनों में से एक है। यहाँ आप पुर्तगालियों के समय से गोवा के नौसेना इतिहास
का व्यावहारिक प्रदर्शन देख सकते हैं। वर्का बीच के पास मारगाओ बंदरगाह के प्रवेशद्वार
पर 1624 में निर्मित मारमुगाओ किला स्थित है। यह जगह ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है
जहाँ कुछ सुसंरक्षित शिलालेख हैं।
मापुसा
मपुसा, उत्तरी गोवा में एक टाऊनशिप है जो बागा, अंजुना
और कैलेंग्यूट बीच के बहुत पास है। इस प्रदेश की राजधानी, पणजी से लगभग 13कि.मी. दूर यह जगह यात्रियों के लिए
किफायती है। अक्तूबर से दिसंबर के बीच आने वाले यात्रियों के लिए यहाँ होटल सुविधा
बेहतर है। शुक्रवार बाज़ार के लिए प्रसिद्ध, मपुसा
में पास के गाँवों से भी फे़रीवाले अनोखी हस्तकला, कृषि उत्पाद, ताज़े फल तथा अन्य
एथनिक सामान बेचने के लिए आते हैं। मपुसा अपने तरह-तरह के सीफूड के लिए भी जाना जाता
है। पणजी और गोवा के दूसरे शहरों के लिए मपुसा से नियमित बस सेवा उपलब्ध है।
मडगांव दक्षिण गोवा में एक छोटी सी बस्ती है, जो
एक किलोमीटर के दायरे में होते हुए बहुत ही आकर्षक जगह है। इस जगह से दक्षिण
गोवा के कई महत्त्वपूर्ण समुद्र तट निकट हैं जिस वजह से यहाँ पर्यटकों
की भारी आमद देखी जा सकती है। प्रसिद्ध चर्चों और मंदिरों के अलावा एक बात और है जो
इस जगह को विशेष दर्जा देती है।
गोवा के बीच - गोवा अपने बीचो के लिए भी प्रसिद्ध है I बागा, कैलेंग्यूट, अंजुना इत्यादि प्रसिद्ध बीच है
गोवा के नेशनल पार्क - गोवा में कई संग्रहालय व अभयारण्य है। बोंडला अभयारण्य, कावल वन्य
प्राणी अभयारण्य, कोटिजाओ वन्य प्राणी अभयारण्य आदि प्रमुख है।
धार्मिक स्थल में आप बैसिलिका ऑफ बॉम जीसस (सेंट कैथरीन्स),
कैथेड्रल ऑफ सेंट काजेतान, दत्त मंदिर, चर्च ऑफ सेंट फ्रांसिस, मंगेश श्री महालसा
आदि देख सकते हैं। गोवा के ऐतिहासिक चर्च व खूबसूरत मंदिर भी पर्यटकों को गोवा में
छुट्टियां बिताने को आमंत्रित करते हैं।
गोवा के ऐतिहासिक चर्चों में सेंट फ्रांसिस, ऑफ असीसी, होली स्पिरिट, पिलर सेमिनरी, सालीगांव, रकोल आदि चर्च है। इसके अतिरिक्त सेंट काजरन चर्च, सेंट आगस्टीन टॉवर, ननरी ऑफ सेंट मोनिका तथा सेंट ऐरक्स चर्च भी प्रसिद्ध है।
गोवा के ऐतिहासिक चर्चों में सेंट फ्रांसिस, ऑफ असीसी, होली स्पिरिट, पिलर सेमिनरी, सालीगांव, रकोल आदि चर्च है। इसके अतिरिक्त सेंट काजरन चर्च, सेंट आगस्टीन टॉवर, ननरी ऑफ सेंट मोनिका तथा सेंट ऐरक्स चर्च भी प्रसिद्ध है।
गोवा कैसे पहुंचें -
गोवा का निकटतम हवाई अड्डा डबोलिन हवाई अड्डा है, जो गोवा से लगभग
29 किमी दूर है। गोवा के लिए दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू और चेन्नई से सीधी विमान
सेवा उपलब्ध है।
गोवा 'कोंकण रेलवे' से जुड़ा है अत: ट्रेन से भी आप आसानी से गोवा
पहुंच सकते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा भी गोवा का सीधा संबंध मुंबई,
बेंगलुरू, पुणे आदि शहरों से है।
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