न्यूनतम कनेक्टिंग समय (MCT)
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न्यूनतम कनेक्टिंग समय (MCT) वह सबसे कम समय है जो किसी यात्री को एक उड़ान से दूसरी उड़ान में स्थानांतरित होने के लिए चाहिए।
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इसे IATA (International Air Transport Association) द्वारा निर्धारित और प्रकाशित किया जाता है।
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उद्देश्य: यात्रियों को अगली उड़ान पकड़ने के लिए पर्याप्त समय मिले और एयरलाइंस/एयरपोर्ट सुचारू संचालन कर सकें।
2. MCT क्यों महत्वपूर्ण है?
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यात्री सुविधा – यात्री अपनी कनेक्टिंग फ्लाइट न चूकें।
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ऑपरेशनल प्लानिंग – एयरलाइंस और एयरपोर्ट समय पर शेड्यूल बना पाते हैं।
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आरक्षण प्रणाली – CRS/GDS (Amadeus, Sabre, Galileo) कनेक्शन दिखाने में MCT का उपयोग करते हैं।
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सुरक्षा और जाँच – इमीग्रेशन, सुरक्षा और बैगेज ट्रांसफर में समय लगता है।
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पर्यटन उद्योग – ट्रैवल एजेंट और टूर ऑपरेटर व्यावहारिक यात्रा योजनाओं के लिए MCT पर निर्भर करते हैं।
3. MCT को प्रभावित करने वाले कारक
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एयरपोर्ट का आकार – बड़े एयरपोर्ट पर अधिक समय चाहिए (जैसे: दुबई, लंदन हीथ्रो)।
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घरेलू बनाम अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें – अंतर्राष्ट्रीय ट्रांसफर में इमीग्रेशन और कस्टम्स चेक होते हैं।
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समान टर्मिनल बनाम अलग टर्मिनल – अलग-अलग टर्मिनल होने पर समय अधिक चाहिए।
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एयरलाइन गठबंधन/कोड शेयर – एक ही एलायंस की उड़ानों में MCT कम होता है।
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विशेष यात्री – दिव्यांग, बुजुर्ग या बच्चों वाले परिवार को अधिक समय चाहिए।
4. MCT के प्रकार
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घरेलू से घरेलू (D-D) – एक ही देश में उड़ानों के बीच।
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उदाहरण: मुंबई → दिल्ली → लखनऊ।
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घरेलू से अंतर्राष्ट्रीय (D-I) – घरेलू उड़ान से अंतर्राष्ट्रीय उड़ान।
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उदाहरण: दिल्ली → मुंबई → दुबई।
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अंतर्राष्ट्रीय से घरेलू (I-D) – विदेश से आकर घरेलू उड़ान पकड़ना।
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उदाहरण: न्यूयॉर्क → दिल्ली → जयपुर।
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अंतर्राष्ट्रीय से अंतर्राष्ट्रीय (I-I) – एक अंतर्राष्ट्रीय उड़ान से दूसरी अंतर्राष्ट्रीय उड़ान।
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उदाहरण: लंदन → दुबई → सिडनी।
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5. उदाहरण (MCT कैसे काम करता है)
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मान लीजिए यात्री की यात्रा है: दिल्ली (DEL) → दुबई (DXB) → न्यूयॉर्क (JFK)
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दुबई एयरपोर्ट (DXB) पर:
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I-I (International to International) MCT लगभग 90 मिनट हो सकता है।
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इसका मतलब है कि बुकिंग सिस्टम केवल उन्हीं उड़ानों को कन्फ़र्म करेगा जिनमें कम से कम 1.5 घंटे का अंतर हो।
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अगर फ्लाइट्स के बीच का समय 90 मिनट से कम है तो सिस्टम बुकिंग की अनुमति नहीं देगा।
6. पर्यटन उद्योग/परीक्षा में महत्व
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टिकटिंग – CRS/GDS MCT को ध्यान में रखकर टिकट कन्फ़र्म करते हैं।
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बैगेज हैंडलिंग – बैग्स भी MCT समय सीमा में ट्रांसफर होने चाहिए।
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टूर प्लानिंग – ट्रैवल एजेंट्स MCT का ध्यान रखकर यात्राएँ डिज़ाइन करते हैं।
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एयरपोर्ट दक्षता – किसी एयरपोर्ट का MCT उसकी कार्यकुशलता को दर्शाता है।
7. मुख्य बिंदु (Key Takeaways)
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MCT = उड़ानों के बीच सुरक्षित कनेक्शन के लिए न्यूनतम समय।
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इसे IATA प्रकाशित करता है और CRS/GDS सिस्टम में इंटीग्रेट किया गया है।
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यह एयरपोर्ट का आकार, टर्मिनल, घरेलू/अंतर्राष्ट्रीय स्थिति और सुरक्षा जाँच पर निर्भर करता है।
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पर्यटन पेशेवरों के लिए MCT का ज्ञान आवश्यक है ताकि वे यात्रियों को सुगम यात्रा अनुभव दे सकें।